तीसरे की आमद से हाड़ौती में मची हलचल

 आम आदमी पार्टी की विधानसभा चुनाव के लिए जारी दूसरी सूची सूची के साथ हाड़ौती में एंट्री कर दी है। दूसरी सूची में आप ने 21 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं जिनमें से तीन हाड़ौती के हैं। जिस तरह से आप पहले घोषणा कर चुकी है कि सभी 200 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी उसे देखकर लगता है कि हाड़ौती मेें इस बार वोटों की खींचतान दिलचस्प होने वाली है।







आप ने पीपल्दा, छबड़ा और खानपुर सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। पीपल्दा से दिलीप कुमार मीणा, छबड़ा से रिटायर्ड आईआरएस आरपी मीणा और खानपुर से दिपेश सोनी को टिकट दिया है। पीपल्दा ऐसी सीट है जहां दोनों में से किसी भी दल ने अपनी घोषणा नहीं की है। बाकी दो सीटों पर भाजपा नाम जारी कर चुकी है कांग्रेस इंतजार में है।


बिगड़ेंगे समीकरण


आम आदमी पार्टी की एंट्री से इतना तो तय हो गया है कि दोनों स्थापित पार्टियों के लिए चुनाव और चुनौतिपूर्ण हो गया है। आम आदमी पार्टी के चयन को देखकर लगता है कि वो जातिगत समीकरणों पर भी पूरी निगाह रख रहे हैं। पीपल्दा में तो स्पष्ट तौर पर मीणा वोटों में सेंध दिखाई दे रही है। वहीं समुदायों में फंसी सीटों पर भी दूसरों का गणित बिगाड़ देने का प्रयास नजर आ रहा है। हाड़ौती में एक रिटायर्ड अधिकारी को उतारकर कर्मचारी—अधिकारी खेमे को भी आकर्षित करने के प्रयास दिखाई देते हैं।





चौंकाने वाले हो सकते हैं नाम

जिस तरह से दूसरी सूची में आम आदमी पार्टी ने नामों की घोषणा की है उससे लगता है आने वाली सूचियां और धमाकेदार होंगी। कुछ ऐसे नाम भी हो सकते हैं जो सामने वाली पार्टियों को एकदम चौंका दें। वोटों के ध्रवीकरण में किसे फायदा होता है और किसे नुकसान ये तो मतगणना में पता चलेगा लेकिन इतना तय है कि इसका असर काफी व्यापक होने वाला है।





पहले निर्दलीयों ने ही बिगाड़े समीकरण

हाड़ोती का अब तक इतिहास बताता है कि यहां ज्यादातर मुकाबला कांग्रेस भाजपा के बीच ही रहा है। कुछेक बार ऐसा हुआ कि यहां निर्दलीयों ने समीकरण बिगाडे। हालांकि ये निर्दलीय भी पार्टियों से रूठकर की मैदान में उतरे और जीतने के बाद फिर अपनी पार्टी की ओर रूख कर लिया। बारां से प्रमोद जैन भाया और किशनगंज से हेमराज मीणा की जीत की कहानियां हाड़ौती में निर्दलीयों की सफलता की इक्का दुक्का कहानियां हैं बस।

Comments